डॉ. गीतांजलि बैटमैनबाने ने जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जिपमर), पुडुचेरी से स्नातक और स्नातकोत्तर प्रशिक्षण प्राप्त किया और पांडिचेरी विश्वविद्यालय से पी.एच.डी की। वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर की निदेशक हैं और इससे पहले उन्होंने एम्स पटना के निदेशक के रूप में अतिरिक्त प्रभार भी संभाला है। वर्तमान में वह एम्स कल्याणी और एम्स गुवाहाटी की हितकामी निदेशक हैं। एम्स भुवनेश्वर में कार्यग्रहण से पूर्व, वह जिपमर में वरिष्ठ प्रोफेसर और फार्माकोलॉजी की प्रमुख थीं। दो साल की संक्षिप्त अवधि (2010 से 2012 तक) के लिए, उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन, दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय, नई दिल्ली में आवश्यक दवाओं और अन्य दवाओं के तकनीकी अधिकारी के रूप में काम किया तथा भारत में बच्चों के लिए बेहतर दवाएं परियोजना का समन्वय किया। वह जिपमर में राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र कोर-ग्रुप की सदस्य थीं और जिपमर में चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख थीं। वह आवश्यक दवाओं के चयन और उपयोग पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की विशेषज्ञ समिति की सदस्य हैं और दवा मूल्यांकन पर डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ सलाहकार नामिका की भी सदस्य हैं। वह जिपमर में आवश्यक दवाओं और दवाओं के तर्कसंगत उपयोग में अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए डब्ल्यूएचओ सहयोगी केंद्र की प्रमुख थीं। उन्होंने पूरे भारत में प्राथमिक बायोमेडिकल सांख्यिकी, अनुसंधान पद्धति और बायोमेडिकल संचार पर कई कार्यशालाएं आयोजित की हैं। उनकी रुचि का क्षेत्र आवश्यक दवाएं और दवाओं का तर्कसंगत उपयोग तथा चिकित्सा शिक्षा हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में उनके कई प्रकाशन हैं।